अमेरिकी सेना ने कैरेबियाई सागर में कथित ड्रग तस्करों पर एक और घातक हमला किया है, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने शनिवार (2 नवंबर 2025) को सोशल मीडिया पर इस हमले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिस नौका को निशाना बनाया गया, वह एक ऐसे संगठन द्वारा संचालित थी जिसे अमेरिका ने आतंकवादी संगठन के रूप में चिह्नित किया है, हालांकि उन्होंने समूह का नाम नहीं बताया।
यह सितंबर की शुरुआत से कैरेबियाई सागर या पूर्वी प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी सेना द्वारा किया गया कम से कम 15वां ऐसा हमला है। हेगसेथ ने कहा कि खुफिया जानकारी के अनुसार, यह नौका अवैध मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल थी और एक ज्ञात नशा-तस्करी मार्ग से गुजर रही थी। उन्होंने कहा, “यह नौका — बाकी सभी की तरह — नशीले पदार्थों से लदी थी।”
अब तक इन अभियानों में अमेरिकी सेना कम से कम 64 लोगों को मार चुकी है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इन हमलों को आवश्यक कदम बताते हुए कहा है कि यह ड्रग्स की तस्करी को रोकने की दिशा में जरूरी ‘सैन्य कार्रवाई’ है। उनका कहना है कि अमेरिका ड्रग कार्टेल के खिलाफ ‘सशस्त्र संघर्ष’ में लगा है, जो 9/11 हमलों के बाद आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में इस्तेमाल किए गए उसी कानूनी प्रावधान पर आधारित है।
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इन हमलों के बीच ट्रंप प्रशासन ने कैरेबियाई क्षेत्र में युद्धपोतों की एक बड़ी संख्या तैनात की है। वहीं, वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने इन अभियानों को अपने शासन को अस्थिर करने की अमेरिकी साजिश बताया है। हालांकि, अब तक अमेरिका ने इन नौकाओं या मारे गए लोगों के संबंध में कोई ठोस सबूत प्रस्तुत नहीं किया है।
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