केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने देश भर में सभी कफ सिरप निर्माताओं की सूची तैयार करने के निर्देश जारी किए हैं और एक संयुक्त ऑडिट अभियान शुरू किया है। यह कदम हाल ही में कुछ दूषित कफ सिरप से जुड़े बच्चों की मौत के मामलों के बाद उठाया गया है।
CDSCO ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को सूचित किया है कि उसने तीन ऐसे कफ सिरप की पहचान की है, जिनमें संदूषण पाया गया है और जो बच्चों की मृत्यु के मामलों से जुड़े हुए हैं। हालांकि, नियामक संस्था ने स्पष्ट किया कि इन उत्पादों का भारत से निर्यात नहीं किया गया था।
जानकारी के अनुसार, यह ऑडिट देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में स्थित औषधि निर्माण इकाइयों पर केंद्रित होगा। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि औषधि निर्माताओं द्वारा उत्पादन प्रक्रिया के दौरान गुणवत्ता मानकों और सुरक्षा नियमों का पालन किया जा रहा है या नहीं।
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स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, यह कदम देश की औषधि उद्योग में जनविश्वास बहाल करने और दवाओं की गुणवत्ता नियंत्रण प्रणाली को मजबूत करने के उद्देश्य से उठाया गया है। WHO और भारत सरकार ने मिलकर इस दिशा में निगरानी को और सख्त करने पर सहमति जताई है।
यह जांच विशेष रूप से उन कंपनियों पर केंद्रित होगी जिनकी उत्पादन प्रक्रिया में ग्लाइकोल्स या अन्य रासायनिक तत्वों का उपयोग किया जाता है, जिनसे पहले भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समस्याएं सामने आई थीं।
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