चेन्नई मेट्रो रेल के फेज़ II प्रोजेक्ट में इस्तेमाल हो रही दो टनल बोरिंग मशीनों (TBMs) को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार, ‘फ्लेमिंगो’ और ‘ईगल’ नाम की इन मशीनों पर कटर हेड इंटरवेंशन प्रक्रिया चल रही है। इस प्रक्रिया के दौरान मशीनों के कटर हेड में लगे पुराने उपकरणों को हटाकर नए लगाए जाते हैं, ताकि खुदाई कार्य में आने वाली तकनीकी समस्याओं को दूर किया जा सके।
मेट्रो रेल अधिकारियों ने बताया कि यह नियमित रखरखाव का हिस्सा है और इससे परियोजना की दीर्घकालिक दक्षता बढ़ेगी। जब टनल बोरिंग मशीनें लंबे समय तक कठोर चट्टानों या मिट्टी में खुदाई करती हैं तो उनके कटर हेड के उपकरण घिस जाते हैं, जिससे खुदाई की गति धीमी हो सकती है या मशीन को नुकसान पहुंच सकता है।
फेज़ II प्रोजेक्ट चेन्नई मेट्रो के लिए बेहद अहम है क्योंकि इसके पूरा होने से शहर के विभिन्न हिस्सों में कनेक्टिविटी बेहतर होगी और ट्रैफिक जाम में कमी आएगी। अधिकारियों का कहना है कि कटर हेड बदलने की प्रक्रिया पूरी होते ही दोनों मशीनें फिर से सक्रिय कर दी जाएंगी और सुरंग निर्माण का काम बिना किसी बड़ी देरी के जारी रहेगा।
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मेट्रो रेल प्राधिकरण ने आश्वासन दिया है कि यह अस्थायी रुकावट परियोजना की समयसीमा को गंभीर रूप से प्रभावित नहीं करेगी और यात्रियों को समय पर विस्तारित मेट्रो नेटवर्क का लाभ मिलेगा।
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