दिल्ली और अन्य प्रमुख शहरों में स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़े कदम उठाए गए हैं। 'ऑपरेशन सिंदूर' के खुलासों के बाद केंद्र सरकार ने चीनी निर्मित निगरानी उपकरणों (surveillance gear) के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है और हवाई निगरानी को और अधिक सशक्त किया गया है।
सूत्रों के अनुसार, खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी थी कि चीनी कंपनियों द्वारा बनाए गए सीसीटीवी कैमरे और अन्य निगरानी उपकरण साइबर सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते हैं। इन उपकरणों के माध्यम से संवेदनशील सूचनाएं लीक होने की आशंका जताई गई थी। इसके बाद गृह मंत्रालय ने सभी सरकारी और सुरक्षा एजेंसियों को निर्देश दिया कि वे किसी भी प्रकार के चीनी उपकरणों का उपयोग न करें और यदि कहीं लगे हों, तो उन्हें तुरंत हटाया जाए।
इसके अलावा, दिल्ली पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों ने स्वतंत्रता दिवस के दृष्टिकोण से हवाई निगरानी (aerial surveillance) की संख्या बढ़ा दी है। ड्रोन और हेलिकॉप्टर की मदद से संवेदनशील क्षेत्रों की लगातार निगरानी की जा रही है। रेड जोन में नो-फ्लाई ज़ोन घोषित कर दिया गया है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
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ऑपरेशन सिंदूर के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियाँ अत्यधिक सतर्क हो गई हैं और हर स्तर पर निगरानी को दुरुस्त किया जा रहा है। यह कदम स्वतंत्रता दिवस समारोह को शांतिपूर्ण और सुरक्षित बनाने के लिए उठाए गए हैं।
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