तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने राज्य में नई ‘थायुमानावर योजना’ की शुरुआत की है। इस योजना का उद्देश्य बुजुर्गों और दिव्यांग लोगों को आवश्यक वस्तुएं सीधे उनके घर तक पहुंचाना है, ताकि वे बिना किसी कठिनाई के राशन प्राप्त कर सकें।
सरकार के अनुसार, इस योजना के तहत राज्य के सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) की दुकानों से मिलने वाली आवश्यक वस्तुएं हर महीने के दूसरे शनिवार और रविवार को लाभार्थियों के घर-घर जाकर वितरित की जाएंगी। यह सुविधा उन लोगों के लिए है जो उम्र, स्वास्थ्य या शारीरिक अक्षमता के कारण राशन की दुकानों तक खुद नहीं पहुंच सकते।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना से न केवल बुजुर्ग और दिव्यांग नागरिकों का जीवन आसान होगा, बल्कि उन्हें समय पर और सम्मानजनक तरीके से आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी। वितरण प्रक्रिया को सुचारु और पारदर्शी बनाने के लिए स्थानीय प्रशासन, स्वयंसेवी समूहों और राशन दुकानों के कर्मचारियों की मदद ली जाएगी।
और पढ़ें: एक साथ चुनाव पर संसदीय समिति को शीतकालीन सत्र के अंतिम सप्ताह तक समय विस्तार
राज्य सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि वितरण के दौरान किसी भी प्रकार की अनियमितता न हो। इसके लिए लाभार्थियों का डेटा पहले से तैयार किया गया है और सूची के अनुसार घर-घर वितरण किया जाएगा।
‘थायुमानावर योजना’ को सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इससे राज्य के हजारों बुजुर्ग और दिव्यांग नागरिक लाभान्वित होंगे। सरकार का मानना है कि इस पहल से जनकल्याण कार्यक्रमों की पहुंच और प्रभावशीलता में वृद्धि होगी, साथ ही कमजोर वर्गों के प्रति संवेदनशील प्रशासनिक दृष्टिकोण को बढ़ावा मिलेगा।
और पढ़ें: बिहार मतदाता सूची विवाद: मसौदे में 65 लाख नाम गायब, याचिकाकर्ताओं का दावा