यूके कैरियर स्ट्राइक ग्रुप के कमांडर कमान्डर ब्लैकमोर ने कहा कि हाल ही में आयोजित एक्सरसाइज कोकण ने भारत और यूके के बीच समुद्री शक्ति और रणनीतिक एकीकरण को और मजबूत किया है। यह संयुक्त अभ्यास दोनों देशों की नौसैनिक क्षमताओं और समुद्री सहयोग को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
कमान्डर ब्लैकमोर ने विशेष रूप से आगामी संयुक्त अभ्यास के संदर्भ में भारतीय वायु सेना के साथ सहयोग पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “यह दिखाता है कि हम केवल समुद्री क्षेत्र में साझेदार नहीं हैं, बल्कि वायु क्षेत्र में भी घनिष्ठ सहयोग रखते हैं।” यह बयान यह स्पष्ट करता है कि भारत और यूके के बीच सैन्य और रणनीतिक साझेदारी अब केवल नौसेना तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें एयर ऑपरेशन्स और तकनीकी सहयोग भी शामिल है।
एक्सरसाइज कोकण के दौरान दोनों देशों के बलों ने समुद्री संचालन, नौसैनिक युद्ध कौशल, और संयुक्त रणनीतिक अभ्यास में भाग लिया। इसके माध्यम से दोनों देशों ने एक-दूसरे की तकनीकी क्षमताओं और ऑपरेशन प्रक्रियाओं को समझने और सुधारने का अवसर पाया।
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विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के अभ्यास वैश्विक समुद्री सुरक्षा और रणनीतिक स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। इससे न केवल भारत और यूके की सैन्य साझेदारी मजबूत होती है, बल्कि क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा ढांचे में भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
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