वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आज़ाद ने विश्वास जताया है कि केंद्र सरकार आने वाले समय में जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र को इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करना चाहिए, क्योंकि राज्य का दर्जा क्षेत्र के विकास, सुशासन और राजनीतिक स्थायित्व के लिए अत्यंत आवश्यक है।
आज़ाद ने जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर की जनता लंबे समय से पूर्ण राज्य के दर्जे की प्रतीक्षा कर रही है और यह सिर्फ एक संवैधानिक मांग नहीं, बल्कि जनभावनाओं से जुड़ा मुद्दा भी है। उन्होंने यह भी कहा कि बिना राज्य के अधिकारों के, लोगों को उनकी समस्याओं का समाधान नहीं मिल पा रहा है और विकास कार्यों में बाधाएं आ रही हैं।
उन्होंने उम्मीद जताई कि केंद्र सरकार लोकतंत्र की भावना का सम्मान करते हुए जल्द ही इस दिशा में कदम उठाएगी। आज़ाद ने यह भी स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर की अस्मिता और अधिकारों की बहाली सिर्फ राजनीतिक चर्चा का विषय नहीं है, बल्कि एक व्यवहारिक आवश्यकता भी है।
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राज्य का दर्जा खत्म होने के बाद से ही जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक हलचल और असंतोष देखा गया है, और क्षेत्र की राजनीतिक पार्टियां लगातार इसकी बहाली की मांग कर रही हैं। आज़ाद के इस बयान को उस मांग को बल देने वाला माना जा रहा है।
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