केंद्र सरकार ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को ऊर्जा दक्ष तकनीकों को अपनाने में मदद करने के लिए ₹1,000 करोड़ की एक नई योजना 'एडीईईटीआईई' (ADEETIE - Assistance in Deploying Energy Efficient Technologies in Industries and Establishments) की शुरुआत की है। यह योजना वित्तीय और तकनीकी सहायता दोनों प्रदान करेगी, जिससे उद्योगों को अधिक टिकाऊ और प्रतिस्पर्धी बनने में मदद मिलेगी।
यह योजना हरियाणा के पानीपत में केंद्रीय विद्युत मंत्री मनोहर लाल द्वारा आधिकारिक रूप से लॉन्च की गई। मंत्री ने कहा, “ADEETIE एक परिवर्तनकारी पहल है जो भारतीय उद्योगों, विशेष रूप से एमएसएमई को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए सतत विकास की दिशा में सशक्त करेगी। प्रोत्साहनों और समर्थन तंत्रों के सही संयोजन से हम स्वच्छ और कुशल तकनीकों में निवेश को प्रोत्साहित कर रहे हैं।”
इस योजना को ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (BEE) द्वारा लागू किया जा रहा है और यह 14 ऊर्जा-गहन क्षेत्रों को कवर करेगी। यह चरणबद्ध तरीके से लागू की जाएगी – पहले चरण में 60 औद्योगिक क्लस्टर्स और दूसरे चरण में 100 अतिरिक्त क्लस्टर्स शामिल होंगे।
योजना के तहत एमएसएमई को ब्याज सबवेंशन, ऊर्जा ऑडिट और तकनीकी सहायता प्रदान की जाएगी। इसका उद्देश्य ऊर्जा खपत को कम करना, पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देना और ₹9,000 करोड़ तक के निवेश को आकर्षित करना है।