राजस्थान की राजधानी जयपुर में भारी बारिश के दौरान एक जर्जर मकान ढह गया, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। हादसे ने शहर में पुराने और खतरनाक भवनों की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
स्थानीय पुलिस के अनुसार, मकान अचानक भरभराकर गिर पड़ा, जिससे मलबे में दबकर दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। राहत और बचाव दल ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आसपास के क्षेत्र को खाली कराया और मलबा हटाने का काम शुरू किया।
इस घटना पर कांग्रेस विधायक अमीन कागजी ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि करीब ढाई महीने पहले ही उन्होंने नगर निगम को पत्र लिखकर ऐसे खतरनाक भवनों की पहचान और उन्हें मानसून से पहले गिराने की मांग की थी। लेकिन प्रशासन ने इस पर समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की।
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कागजी ने कहा कि नगर निगम की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है। उन्होंने मांग की कि शहर में मौजूद सभी जर्जर भवनों की तुरंत पहचान कर उन्हें गिराया जाए ताकि और जानें न जाएं।
विशेषज्ञों का कहना है कि जयपुर जैसे पुराने शहर में कई मकान वर्षों से जर्जर हालत में खड़े हैं, और हर बरसात में इनके ढहने का खतरा बढ़ जाता है। समय रहते कार्रवाई न होने पर ऐसे हादसे बार-बार हो सकते हैं।
फिलहाल पुलिस ने मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं और मामले की जांच शुरू कर दी है। घटना के बाद क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल है।
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