जम्मू जोन के पुलिस महानिरीक्षक (IGP) भीम सेन टुटी ने मंगलवार, 21 अक्टूबर 2025 को कहा कि जम्मू के घने जंगलों में छिपे विदेशी आतंकवादियों की उपस्थिति बड़ी चुनौती है और उन्हें नष्ट करने के लिए प्रयास जारी हैं। उन्होंने बताया कि आतंकवादी और अपराधी सुरक्षा जाल को तोड़ने के लिए ड्रोन जैसी नई तकनीकों का उपयोग कर रहे हैं, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां हमेशा उनसे दो कदम आगे हैं।
IGP टुटी ने यह बातें पुलिस शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद मीडिया से साझा की। यह दिन 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में चीनी सेना द्वारा CRPF के दस बहादुर शहीदों की याद में मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों से विदेशी आतंकवादियों से निपटना चुनौतीपूर्ण रहा है, लेकिन जम्मू पुलिस अपनी आतंकवाद रोधी और सीमा सुरक्षा तंत्र को मजबूत कर रही है। जम्मू जोन में रोजाना लगभग 120 आतंकवाद रोधी अभियान चलाए जा रहे हैं। ये अभियान सूचना आधारित और रणनीतिक दोनों प्रकार के होते हैं।
और पढ़ें: झारखंड में INDIA अलायंस पर संकट? JMM की नाराजगी से बढ़ी सियासी हलचल
IGP टुटी ने यह भी कहा कि आतंकवाद रोधी कार्य उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी है, लेकिन पुलिस अन्य जिम्मेदारियों जैसे ट्रैफिक ड्यूटी और अपराधियों से निपटना भी निभाती है। उन्होंने शहीद पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों को सम्मान देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस अपने दायित्व और जिम्मेदारी के प्रति सजग है और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
उन्होंने आधुनिक तकनीक और डेटा-आधारित पुलिसिंग पर जोर देते हुए कहा कि आतंकवादी नई तकनीक अपनाने में पीछे नहीं हैं, लेकिन पुलिस उन्हें हर कदम पर मात देने के लिए रणनीतिक रूप से तैयार है।
और पढ़ें: दिल्ली प्रदूषण: AAP ने रेखा गुप्ता पर किया मज़ाक, BJP ने नागरिकों और पराली जलाने को ठहराया जिम्मेदार