केरल चुनाव आयोग ने स्थानीय निकाय चुनावों से पहले सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रही फर्जी खबरों को लेकर गंभीर चेतावनी जारी की है। आयोग ने स्पष्ट किया है कि मतदाता सूची में नाम जोड़ने की समय-सीमा को अक्टूबर तक बढ़ाए जाने संबंधी खबरें पूरी तरह से गलत और भ्रामक हैं।
आयोग ने अपने आधिकारिक फेसबुक पोस्ट में कहा कि कुछ सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर यह संदेश फैलाया जा रहा है कि स्थानीय निकाय चुनावों के लिए मतदाता सूची में नाम जोड़ने का अवसर अक्टूबर तक दिया जाएगा। आयोग ने इसे फर्जी और जनता को गुमराह करने वाला बताया।
चुनाव आयोग ने कहा कि मतदाता सूची से संबंधित सभी आधिकारिक जानकारी केवल आयोग की वेबसाइट और आधिकारिक घोषणाओं के माध्यम से ही प्राप्त की जानी चाहिए। किसी भी प्रकार की अपुष्ट जानकारी या अफवाह पर भरोसा न करें।
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अधिकारियों ने जोर देकर कहा कि फर्जी खबरें न केवल चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करती हैं, बल्कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में लोगों के विश्वास को भी कमजोर करती हैं। इसलिए, आयोग ने नागरिकों से अपील की है कि वे केवल आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें और गलत सूचनाओं के प्रसार से बचें।
विशेषज्ञों का मानना है कि फर्जी खबरों पर अंकुश लगाने के लिए चुनाव आयोग का यह कदम आवश्यक और समयोचित है। आयोग ने यह भी संकेत दिया कि अगर कोई जानबूझकर अफवाह फैलाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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