लद्दाख की राजधानी लेह में राज्य के दर्जे और छठी अनुसूची के विस्तार की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच भाजपा कार्यालय के बाहर हिंसक विरोध प्रदर्शन भड़क उठा। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पें भी हुईं। क्षेत्र में बंद का ऐलान किया गया था, जिसके चलते जनजीवन आंशिक रूप से प्रभावित रहा।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि केंद्र सरकार के साथ होने वाली प्रस्तावित वार्ता को जल्द से जल्द आगे बढ़ाया जाए। उनका आरोप है कि लंबे समय से लद्दाख की जनता राज्य का दर्जा और संवैधानिक सुरक्षा की मांग कर रही है, लेकिन अब तक केवल आश्वासन ही मिले हैं।
आंदोलनकारियों ने छठी अनुसूची के विस्तार की भी जोरदार मांग की, ताकि क्षेत्र की जनजातीय और सांस्कृतिक पहचान को संवैधानिक सुरक्षा मिल सके। उनका कहना था कि अगर यह मांगें पूरी नहीं हुईं तो विरोध और तेज किया जाएगा।
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भाजपा कार्यालय पर हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान नारेबाजी, तोड़फोड़ और पथराव जैसी घटनाएं सामने आईं। पुलिस ने हालात को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया और भीड़ को तितर-बितर किया। हालांकि किसी गंभीर चोट या हताहत की खबर नहीं मिली है।
स्थानीय नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह लद्दाख की भावनाओं को समझे और मांगों पर ठोस कदम उठाए। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर जल्द समाधान नहीं निकला तो यह असंतोष व्यापक रूप ले सकता है।
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