पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष मेहबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर में बाढ़ राहत फंड के अप्रयुक्त रहने को लेकर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि इन फंडों का समय पर इस्तेमाल न होने से बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद में देरी और समस्याओं का बढ़ना निश्चित है।
मेहबूबा मुफ्ती ने अधिकारियों और संबंधित विभागों से अपील की कि वे बाढ़ राहत फंड का उचित और त्वरित उपयोग सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यह फंड केवल कागज़ों में ही न रहे, बल्कि वास्तविक जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाने के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
जम्मू-कश्मीर में पिछले वर्षों में कई बार भारी बाढ़ आई हैं, जिसने सामान्य जनता की जीवन शैली, आवास और कृषि पर गंभीर प्रभाव डाला है। ऐसे में राहत फंड का समय पर वितरण अत्यंत महत्वपूर्ण है। मुफ्ती ने यह भी कहा कि बाढ़ से प्रभावित किसानों, ग्रामीणों और गरीब परिवारों को तत्काल सहायता मिलनी चाहिए।
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विशेषज्ञों का कहना है कि यदि फंड का सही तरीके से उपयोग नहीं किया गया, तो यह केवल वित्तीय संसाधनों की बर्बादी नहीं होगी, बल्कि राजनीतिक और सामाजिक असंतोष भी बढ़ सकता है। फंड के अप्रयुक्त रहने से प्रभावित इलाकों में विकास और पुनर्वास की प्रक्रिया धीमी पड़ सकती है।
मेहबूबा मुफ्ती ने यह संदेश भी दिया कि संबंधित अधिकारियों को पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ फंड का प्रबंधन करना चाहिए। उनका कहना था कि इससे जनता का विश्वास बढ़ेगा और संकट के समय सहायता प्रणाली प्रभावी तरीके से काम करेगी।
कुल मिलाकर, मेहबूबा मुफ्ती का यह कदम जम्मू-कश्मीर में बाढ़ राहत फंड के सही उपयोग और प्रभावित लोगों तक मदद पहुंचाने पर ध्यान आकर्षित करता है।
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