प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्तव्य भवन-03 का उद्घाटन किया। यह नई इमारत प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा परियोजना का हिस्सा है और इसे आधुनिक सुविधाओं व उन्नत सुरक्षा व्यवस्था के साथ तैयार किया गया है।
कर्तव्य भवन-03 में कई प्रमुख मंत्रालयों को स्थानांतरित किया जाएगा। इनमें गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSME) मंत्रालय, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DoPT), पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय, और प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार का कार्यालय शामिल हैं।
इस नए भवन का उद्देश्य सरकारी कामकाज को केंद्रीकृत करना, मंत्रालयों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करना और कर्मचारियों के लिए अत्याधुनिक कार्य वातावरण उपलब्ध कराना है। भवन को ऊर्जा दक्ष, पर्यावरण अनुकूल और अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित बनाया गया है ताकि सरकारी कार्यप्रणाली को और अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाया जा सके।
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प्रधानमंत्री मोदी ने उद्घाटन समारोह में कहा कि यह भवन ‘नए भारत’ के सुशासन और प्रशासनिक सुधारों का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि मंत्रालयों को एक ही परिसर में लाने से न केवल निर्णय प्रक्रिया तेज होगी, बल्कि जनता को सेवाएं भी शीघ्र मिलेंगी।
कर्तव्य भवन परियोजना के तहत कई अन्य भवनों का निर्माण भी जारी है। आने वाले महीनों में अन्य मंत्रालयों को भी यहां स्थानांतरित करने की योजना है। सरकार का लक्ष्य है कि सभी केंद्रीय मंत्रालय आधुनिक बुनियादी ढांचे के साथ एक ही परिसर में काम करें, जिससे संसाधनों का बेहतर उपयोग और समय की बचत हो सके।
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