पुणे नगर निगम ने शहर में ट्रैफिक सुधारने और सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने के लिए चलाए जा रहे ‘गड्ढामुक्त पुणे शहर’ अभियान के तहत गंभीर कार्रवाई की है। वारजे क्षेत्र में गड्ढों की मरम्मत में लापरवाही बरतने पर निगम ने ठेकेदार पर 1 लाख रुपये का भारी जुर्माना लगाया है। इसके साथ ही, उस स्थान पर गड्ढे भरने के काम की निगरानी कर रहे दो इंजीनियरों—डिप्टी इंजीनियर और जूनियर इंजीनियर—को निलंबित कर दिया गया है।
मुख्य अभियंता और सिविक रोड विभाग के प्रभारी अनिरुद्ध पावसकर ने बताया कि दोनों इंजीनियरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। हालांकि, उनकी दी गई सफाई असंतोषजनक पाई गई, जिसके बाद तत्काल निलंबन का निर्णय लिया गया।
नगर आयुक्त नवल किशोर राम स्वयं इस अभियान की निगरानी कर रहे हैं और गड्ढा मरम्मत कार्यों की अचानक जांच भी कर रहे हैं। पावसकर ने बताया कि वारजे क्षेत्र में उनकी निरीक्षण के दौरान पाया गया कि गड्ढों की मरम्मत खराब गुणवत्ता की थी और मानकों का पालन नहीं किया गया था।
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उन्होंने कहा कि शहर की सड़कों को सुरक्षित और सुचारु बनाना निगम की प्राथमिकता है। ऐसे में किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ठेकेदारों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि मरम्मत कार्य उच्च गुणवत्ता के साथ, निर्धारित तकनीकी मानकों के अनुसार और समय पर पूरा किया जाए।
नगर निगम की इस कार्रवाई का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि शहर में चल रहे गड्ढामुक्त अभियान को प्रभावी बनाया जाए और नागरिकों को सुरक्षित, सुगम व गड्ढामुक्त सड़कें उपलब्ध हों।
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