राजस्थान में इस साल अतिवृष्टि के कारण खरीफ फसल की भारी क्षति के बाद शुक्रवार को छह जिलों के 2,961 गांवों को अकालग्रस्त घोषित किया गया। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने प्रभावित किसानों को राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (SDRF) से कृषि सब्सिडी देने की मंजूरी दी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रभावित जिलों के आठ लाख से अधिक किसानों को SDRF से वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। ये अकालग्रस्त गांव अजमेर, झुंझुनू, अलवर, पाली, कोटा और बांसवाड़ा के 40 तहसीलों में स्थित हैं। उन्होंने कहा कि सब्सिडी वितरण का लक्ष्य किसानों को शीघ्र राहत पहुँचाना है, ताकि उन्हें फसल नुकसान से उबरने में मदद मिल सके।
शासन ने इस वर्ष भारी बारिश और अनियमित मौसम के कारण फसल प्रभावित होने की जानकारी प्राप्त की थी। खरीफ फसलों में सबसे अधिक नुकसान गेहूं, धान, मक्का और तिलहन फसलों का हुआ है। इस योजना के तहत किसानों को उनके नुकसान के अनुसार आर्थिक सहायता दी जाएगी।
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कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि समय पर सब्सिडी वितरण से किसानों की आय में स्थिरता आएगी और अगले सीजन के लिए फसल बोने में भी मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रभावित किसानों की सूची तैयार की जाए और सब्सिडी की प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाए।
सरकार का यह कदम किसानों को मौसम आधारित कृषि जोखिम से निपटने में मदद करने और राज्य में कृषि उत्पादकता बनाए रखने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
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