तुर्की ने इस्लामिक स्टेट (आईएस) के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और तेज करते हुए बुधवार (31 दिसंबर 2025) को देशभर में छापेमारी कर 125 और संदिग्धों को गिरफ्तार किया। आंतरिक मामलों के मंत्री अली यरलीकाया ने यह जानकारी दी। यह कार्रवाई ऐसे समय में की गई है, जब सुरक्षा एजेंसियों ने चेतावनी दी थी कि आईएस के आतंकी छुट्टियों के दौरान हमलों की योजना बना रहे हैं।
पिछले एक सप्ताह में तुर्की में आईएस के खिलाफ चलाए गए अभियानों में अब तक लगभग 600 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। मंत्री यरलीकाया ने बताया कि बुधवार सुबह 25 प्रांतों में एक साथ चलाए गए अभियानों में 125 दाएश (आईएस) संदिग्धों को पकड़ा गया।
इससे पहले 25 दिसंबर को इस्तांबुल के अभियोजक कार्यालय ने कहा था कि खुफिया चेतावनी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने 115 आईएस संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। चेतावनी में कहा गया था कि आतंकी संगठन क्रिसमस और नए साल के जश्न के दौरान हमलों की साजिश रच रहा है।
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सोमवार को एक अन्य राष्ट्रव्यापी अभियान के दौरान उत्तर-पश्चिमी शहर यालोवा में आईएस के आतंकियों ने पुलिस पर गोलीबारी कर दी, जिसमें तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और नौ अन्य घायल हो गए। इस मुठभेड़ में छह आईएस आतंकी भी मारे गए। यह मुठभेड़ मारमरा सागर के तट पर स्थित शहर में कई घंटों तक चली।
इसके अगले ही दिन, आईएस से जुड़े 357 और संदिग्धों को 21 अलग-अलग प्रांतों से गिरफ्तार किया गया। नए साल से पहले जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया ने तुर्की के लिए यात्रा चेतावनी जारी करते हुए अपने नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की थी। जर्मनी ने कहा कि नया साल आतंकवादी हमलों के लिए एक प्रतीकात्मक समय होता है।
गौरतलब है कि इस्लामिक स्टेट ने बीते दशक में यूरोप में कई बड़े हमले किए हैं। 1 जनवरी 2017 को इस्तांबुल के एक नाइटक्लब में हुए हमले में 39 लोगों की जान चली गई थी। मंत्री यरलीकाया ने चेतावनी दी कि तुर्की पर हमला करने वालों को “राज्य की शक्ति और राष्ट्र की एकता” का सामना करना पड़ेगा।
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