केंद्रीय मंत्रिमंडल ने लखनऊ मेट्रो परियोजना के फेज 1B को अपनी औपचारिक मंजूरी दे दी है। इस संबंध में केंद्रीय मंत्री ने जानकारी देते हुए कहा कि यह परियोजना उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (UPMRC) द्वारा लागू की जाएगी। इस निर्णय से लखनऊ शहर में सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ और आधुनिक बनाने में मदद मिलेगी।
फेज 1B के तहत मेट्रो नेटवर्क का विस्तार किया जाएगा, जिससे शहर के कई प्रमुख क्षेत्रों को जोड़ा जाएगा। परियोजना का उद्देश्य ट्रैफिक जाम को कम करना, प्रदूषण घटाना और नागरिकों को तेज, सुरक्षित एवं पर्यावरण-अनुकूल परिवहन सुविधा उपलब्ध कराना है।
केंद्रीय मंत्री के अनुसार, यह परियोजना समयबद्ध तरीके से पूरी करने के लिए आवश्यक वित्तीय और तकनीकी संसाधन सुनिश्चित किए जाएंगे। यूपीएमआरसी को इसे लागू करने की जिम्मेदारी दी गई है और कार्यान्वयन के दौरान अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन किया जाएगा।
और पढ़ें: वैश्विक बाजारों में बिकवाली से सोने की कीमत ₹1,000 गिरी
फेज 1B की शुरुआत से न केवल स्थानीय यात्रियों को राहत मिलेगी, बल्कि यह शहर की आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों को भी गति देगा। मेट्रो नेटवर्क का विस्तार होने से यात्रियों का समय बचेगा और निजी वाहनों पर निर्भरता कम होगी, जिससे ईंधन की खपत और वायु प्रदूषण में कमी आएगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस परियोजना के पूरा होने के बाद लखनऊ में मेट्रो सेवाओं का दायरा और प्रभाव बढ़ेगा, जिससे शहर को स्मार्ट सिटी मिशन के लक्ष्यों के अनुरूप विकसित करने में मदद मिलेगी।
और पढ़ें: कैथोलिक कांग्रेस ने केरल सीपीआई(एम) सचिव एम.वी. गोविंदन के बयानों की निंदा की