चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन ने बीजिंग में एक मुलाकात के दौरान द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने का वादा किया है। यह बैठक द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति की वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रमों के इतर हुई, जिसमें दोनों देशों के शीर्ष नेताओं ने शिरकत की। राज्य मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इस अवसर पर दोनों नेताओं ने साझा रणनीतिक हितों और सहयोग के नए अवसरों पर चर्चा की।
किम जोंग उन ने शी जिनपिंग को बधाई देते हुए कहा कि चीन और उत्तर कोरिया का संबंध ऐतिहासिक और पारंपरिक मित्रता पर आधारित है। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में दोनों देश एक-दूसरे के साथ आर्थिक और राजनीतिक मोर्चों पर और गहरे सहयोग करेंगे। किम ने यह भी दोहराया कि उत्तर कोरिया चीन के साथ खड़े रहने की अपनी प्रतिबद्धता को कायम रखेगा।
वहीं, शी जिनपिंग ने कहा कि चीन और उत्तर कोरिया की दोस्ती क्षेत्रीय स्थिरता और शांति के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान, आर्थिक सहयोग और सुरक्षा मामलों में साझेदारी को और गहरा करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
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विशेषज्ञों का मानना है कि यह मुलाकात मौजूदा भू-राजनीतिक परिस्थितियों में बेहद अहम है। अमेरिका और उसके सहयोगियों के साथ बढ़ते तनावों के बीच चीन और उत्तर कोरिया का यह निकटता संदेश दुनिया को उनकी साझेदारी के प्रति जागरूक करने का प्रयास है।
बीजिंग में हुई इस वार्ता ने संकेत दिया है कि दोनों देश न केवल ऐतिहासिक रिश्तों को बनाए रखना चाहते हैं, बल्कि भविष्य में रणनीतिक स्तर पर और भी मजबूत गठजोड़ की दिशा में बढ़ रहे हैं।
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