कांग्रेस सांसद शशि थरूर के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना से जुड़े बयान ने एक बार फिर पार्टी के भीतर विवाद खड़ा कर दिया है। थरूर के इस कथित बयान पर कि प्रधानमंत्री की हार पर खुशी मनाना भारत की हार का जश्न मनाने जैसा है, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वी. हनुमंथा राव ने कड़ा ऐतराज जताया है। उन्होंने साफ कहा कि यह कांग्रेस पार्टी की सोच नहीं है।
शनिवार को वी. हनुमंथा राव ने थरूर के बयान को खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस एक लोकतांत्रिक पार्टी है, जहां नेताओं को अपनी राय रखने की आज़ादी है। उन्होंने कहा, “हमारे यहां लोकतंत्र है, इसलिए हर कोई अपनी बात कह सकता है। अगर किसी दूसरी पार्टी में ऐसा बयान दिया जाता, तो तुरंत कार्रवाई होती। यह उनकी व्यक्तिगत सोच हो सकती है, लेकिन पार्टी ऐसा नहीं सोचती।”
इस बीच, भाजपा ने शशि थरूर के बयान को लेकर कांग्रेस और खासतौर पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर हमला बोला। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने थरूर को “साहसी” बताते हुए कहा कि उन्होंने राहुल गांधी को आईना दिखाया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि कांग्रेस थरूर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगी।
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पूनावाला ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी देश के खिलाफ प्रचार करते हैं और परिवार के हितों को पार्टी और राष्ट्रहित से ऊपर रखते हैं। उन्होंने कहा कि थरूर का बयान राहुल गांधी के उस कथित प्रचार का जवाब है, जिसमें वे भारत की छवि को नुकसान पहुंचाते हैं।
इस पूरे विवाद के बीच शशि थरूर ने नई दिल्ली के इंदिरा भवन स्थित कांग्रेस मुख्यालय में हुई कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक में हिस्सा लिया। हाल के दिनों में थरूर कांग्रेस की बैठकों से अनुपस्थित रहने और प्रधानमंत्री मोदी के भाषण की सराहना करने को लेकर सुर्खियों में रहे हैं।
उन्होंने रामलीला मैदान में आयोजित कांग्रेस की रैली और लोकसभा में कांग्रेस सांसदों की बैठक में भी हिस्सा नहीं लिया था। पार्टी सूत्रों के अनुसार, थरूर ने पहले ही अपनी अनुपलब्धता की जानकारी दे दी थी। उनके सोशल मीडिया पोस्ट के मुताबिक, वह कोलकाता में एक कार्यक्रम में शामिल थे।
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