पश्चिम बंगाल में मतदान से पहले मतदाता सूची के विशेष गहन संशोधन (SIR) को लेकर मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी ने राज्य की महिलाओं को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर किसी महिला का नाम सूची से हटाया गया, तो उन्हें रसोई के उपकरणों के साथ तैयार रहना चाहिए। बनर्जी ने कहा, “SIR के नाम पर माताओं और बहनों के अधिकार छीनने की कोशिश होगी। अगर आपके नाम काटे गए, तो आपके पास उपकरण हैं, है ना? महिलाएं सामने लड़ेंगी और पुरुष उनके पीछे होंगे।”
ममता ने यह भी कहा कि वह देखना चाहती हैं कि महिलाएं अधिक सशक्त हैं या बीजेपी। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव के समय बीजेपी बाहरी राज्यों से लोगों को लाकर विभाजन करने की कोशिश करती है।
उन्होंने रविवार को कोलकाता में आयोजित भगवद् गीता पाठ का जिक्र करते हुए कहा कि धर्म का अर्थ शांति, मानवता और पवित्रता है, न कि हिंसा और भेदभाव। उन्होंने रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, रवींद्रनाथ टैगोर और नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे महापुरुषों का हवाला देते हुए पूछा, “तो आप कौन हैं?”
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मुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाल के लोग, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अपने जीवन की आहुति दी, यह साबित करें कि वे भारतीय नागरिक हैं। उन्होंने व्यक्तिगत अधिकार के रूप में शाकाहारी और मांसाहारी भोजन की स्वतंत्रता का समर्थन किया।
बनर्जी ने कहा, “घायल बाघ स्वस्थ बाघ से अधिक क्रूर होता है। अगर हम पर हमला होगा, हम प्रतिकार करना जानते हैं और अन्याय को रोकना जानते हैं। हमारी सरकार किसी को भी बंगाल से लोगों को हटाने नहीं देगी।” उन्होंने सीमा क्षेत्रों में BSF पोस्ट के पास न जाने की चेतावनी भी दी।
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