तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने ब्रिटेन में बसे तमिल प्रवासियों से अपील की है कि वे एकजुट रहें और राज्य के विकास पर ध्यान केंद्रित करें। उन्होंने तमिल डायस्पोरा को तमिलनाडु का "अनौपचारिक राजदूत" बताते हुए कहा कि उनका योगदान राज्य की पहचान और प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
स्टालिन ने लंदन में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रवासी तमिल दुनिया भर में तमिल संस्कृति, परंपरा और भाषा का सम्मान बढ़ा रहे हैं। उन्होंने विशेष रूप से ब्रिटेन में रह रहे तमिल समुदाय से कहा कि वे अपनी जड़ों से जुड़े रहें और हर वर्ष तमिलनाडु की यात्रा अवश्य करें। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि प्रवासी राज्य में निवेश, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में सहयोग देकर विकास को और आगे बढ़ा सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रवासी समुदाय को यह याद दिलाया कि वे जहां भी रहें, तमिलनाडु का गौरव उनके साथ जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि उनकी एकता और योगदान राज्य के लिए शक्ति का स्रोत है। स्टालिन ने प्रवासियों से आग्रह किया कि वे आपसी मतभेदों को भूलकर विकास के एजेंडे पर एकजुट हों।
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उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि तमिलनाडु सरकार प्रवासियों के साथ निरंतर संपर्क बनाए रखने और उन्हें विभिन्न योजनाओं से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। स्टालिन ने भरोसा जताया कि प्रवासी समुदाय भविष्य में भी तमिलनाडु के विकास और वैश्विक स्तर पर तमिल संस्कृति की पहचान को मजबूत करेगा।
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