इंग्लैंड के मुख्य कोच ब्रेंडन मैकुलम ने स्वीकार किया है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा एशेज सीरीज में उनकी टीम अब तक अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के आसपास भी नहीं पहुंच पाई है। इसके बावजूद उन्होंने इस बात से इनकार किया कि तीसरे टेस्ट से पहले उनकी कोचिंग पर कोई खतरा मंडरा रहा है। रविवार (14 दिसंबर 2025) को मैकुलम ने कहा कि टीम की हालत कठिन जरूर है, लेकिन ड्रेसिंग रूम में भरोसा अब भी कायम है।
इंग्लैंड को पहले दो टेस्ट मैचों में पर्थ और ब्रिस्बेन में आठ-आठ विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा। अब पांच मैचों की सीरीज में बने रहने के लिए इस हफ्ते एडिलेड ओवल में होने वाला तीसरा टेस्ट इंग्लैंड के लिए ‘करो या मरो’ जैसा बन गया है। हार की स्थिति में एशेज लगभग ऑस्ट्रेलिया की झोली में चली जाएगी।
मैकुलम ने पुष्टि की कि टीम प्रबंधन बल्लेबाजी क्रम में बदलाव नहीं करेगा और शीर्ष सात बल्लेबाज वही रहेंगे। आलोचनाओं के बावजूद ओली पोप को नंबर तीन पर ही मौका दिया जाएगा और जैकब बेथेल को टीम में नहीं लाया जाएगा। मैकुलम ने कहा कि जल्दबाजी में फैसले लेना और लगातार बदलाव करना उनकी रणनीति का हिस्सा नहीं है।
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इंग्लैंड की तैयारी और जुझारूपन की कमी को लेकर काफी सवाल उठे हैं। ब्रिस्बेन टेस्ट से पहले “बहुत ज्यादा ट्रेनिंग” करने के मैकुलम के बयान पर पूर्व दिग्गजों ने हैरानी जताई थी। इसके अलावा टीम का नोसा बीच पर आराम करना भी आलोचना का विषय बना। हालांकि मैकुलम ने इसका बचाव करते हुए कहा कि यह फैसला पहले से तय था और खिलाड़ियों को मानसिक रूप से तरोताजा करने के लिए जरूरी था।
उन्होंने कहा कि इंग्लैंड को सीरीज में बने रहने के लिए अपने खेल में सुधार करना होगा, लेकिन आक्रामक और निडर खेलने की शैली में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। मैकुलम का मानना है कि अगर टीम अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलती है तो एडिलेड टेस्ट में कहानी बदल सकती है।
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