अमेज़न ने गुरुवार (6 नवंबर 2025) को आधिकारिक रूप से भारत में अपने Amazon Web Services (AWS) मार्केटप्लेस के विस्तार की घोषणा की। इस विस्तार के साथ अब भारत में खरीदार और विक्रेता सॉफ़्टवेयर और डिजिटल सेवाओं की खरीद-फरोख्त रुपये में कर सकेंगे। कंपनी का कहना है कि यह कदम भारतीय तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, क्योंकि इससे अंतरराष्ट्रीय और भारतीय दोनों तरह के तकनीकी प्रदाता एक ही प्लेटफ़ॉर्म पर उपलब्ध होंगे।
AWS इंडिया और साउथ एशिया के पार्टनर बिज़नेस हेड, प्रवीण श्रीधर, ने बातचीत में कहा कि क्लाउड सेवाएं “शेयर्ड रिस्पॉन्सिबिलिटी मॉडल” पर आधारित होती हैं। इसका अर्थ है कि सुरक्षा, डेटा प्रबंधन और अनुपालन की जिम्मेदारी क्लाउड प्रदाता और ग्राहक दोनों के बीच विभाजित रहती है। उन्होंने बताया कि AWS मार्केटप्लेस में भारत में तेजी से रुचि बढ़ रही है और अब तक 37 भारतीय पार्टनर अपने उत्पादों को इस प्लेटफ़ॉर्म पर सूचीबद्ध कर चुके हैं।
भारत में AWS मार्केटप्लेस के माध्यम से अब जिन प्रमुख कंपनियों के उत्पाद और सेवाएं उपलब्ध हैं, उनमें Cisco, CrowdStrike, Deloitte, eMudhra, Freshworks, Gupshup.ai, IBM, Kore.ai, Palo Alto Networks, Redington, Salesforce, Sarvam, Sonata Software और VideoCX.io जैसी नामी कंपनियां शामिल हैं। इससे भारतीय व्यवसायों को ग्लोबल-ग्रेड सुरक्षा, क्लाउड सॉल्यूशंस, AI उत्पादों और एंटरप्राइज टूल्स तक सरल पहुंच मिलेगी।
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AWS का मानना है कि मार्केटप्लेस का यह विस्तार न केवल बड़े उद्यमों बल्कि छोटे और मध्यम उद्योगों (SMEs) के लिए भी डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन को आसान बनाएगा। यह प्लेटफ़ॉर्म भारतीय कंपनियों को तेज़ी से स्केल करने और साइबर सुरक्षा तथा डेटा संरक्षण के क्षेत्रों में मजबूत समाधान अपनाने में मदद करेगा।
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