राजस्थान के अरावली पर्वतमाला की गोद में बसे फेयरमोंट जयपुर होटल का शाही वातावरण किसी महल से कम नहीं दिखता। इसके गुंबद और मेहराब राजस्थानी वैभव की झलक पेश करते हैं। इसी मनमोहक परिवेश में हर साल आयोजित होने वाला इंडिया म्यूज़िक रिट्रीट संगीत और कला को पारंपरिक सभागारों से निकालकर एक खुले, जीवंत अनुभव में बदल देता है।
त्योहार का उद्देश्य है—ऐसी जगहों की खोज, जहां विविध संगीत विधाओं और आवाज़ों का संगम संभव हो सके। रविवार दोपहर के सत्र में 70 के दशक के मशहूर पियानोवादक ब्रायन सिलास ने पुराने हिंदी फिल्मी गीतों का सुंदर मिश्रण प्रस्तुत किया। उनकी मधुर धुनों के साथ दर्शक भी गुनगुनाने लगे, और पूरे प्रांगण में संगीत, हंसी और खुशी की लहर दौड़ गई।
कार्यक्रम के समापन के बाद जब अधिकांश श्रोता भोजन के लिए चले गए, तो एक श्रोता — मंजू शर्मा (मुंबई) — वहीं रुकी रहीं। उन्होंने अपनी 60वीं वर्षगांठ मनाने के लिए केक काटा, लेकिन पारंपरिक चाकू की जगह उन्होंने तलवार का इस्तेमाल किया। होटल के कर्मचारी, आयोजक और कुछ दर्शक उनके साथ गीत गाते हुए जश्न में शामिल हुए।
और पढ़ें: 31वें कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में ऋत्विक घटक को शताब्दी श्रद्धांजलि
मंजू शर्मा ने मुस्कराते हुए कहा, “मैं ऐसी जगह आना चाहती थी जहां मैं खुद को फिर से खोज सकूं — नए लोगों के बीच, परिचित माहौल से दूर।” तीन दिन का यह रिट्रीट उनके लिए आत्म-खोज और संगीत का उत्सव साबित हुआ।
और पढ़ें: राम गोपाल वर्मा ने बताया, क्यों शाहरुख की जगह कंपनी में चुना अजय देवगन को