अभिनेत्री और गायिका सुलक्षणा पंडित को शुक्रवार को मुंबई में अंतिम विदाई दी गई। गुरुवार रात हृदयगति रुकने से उनका निधन हो गया था। 71 वर्षीय सुलक्षणा 2006 से अपनी बहन विजयता पंडित के घर रह रही थीं। उनका अंतिम संस्कार जुहू स्थित पवन हंस श्मशान घाट पर किया गया, जहां अभिनेत्री शबाना आज़मी, पूनम ढिल्लों, और उनके परिवार के सदस्य ललित पंडित मौजूद रहे।
सुलक्षणा पंडित का जन्म 1954 में रायगढ़ में हुआ था। वे संगीत परिवार से थीं, उनके चाचा महान शास्त्रीय गायक पंडित जसराज थे। पिता प्रसिद्ध संगीताचार्य प्रताप नारायण पंडित के निधन के बाद उन्होंने कम उम्र में ही संगीत की दुनिया में कदम रखा। 1967 में उन्होंने लता मंगेशकर के साथ फिल्म तकदीर में "सात समंदर पार" गीत गाया था।
1975 में फिल्म उलझन से उन्होंने अभिनय में डेब्यू किया और संजय कुमार के साथ उनकी जोड़ी को सराहा गया। वे हराफेरी, अपनापन, बुंदलबाज़ जैसी फिल्मों में नजर आईं। सुलक्षणा ने “तू ही सागर तू ही किनारा”, “बेकरार दिल टूट गया” जैसे अमर गीत गाए।
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उनकी बहन विजयता ने बताया कि सुलक्षणा लंबे समय से बीमार थीं और आर्थिक तंगी से जूझ रही थीं। बहन दुर्गा जसराज ने उन्हें “परिवार की पहली सितारा कलाकार” बताया, वहीं भतीजी श्वेता पंडित ने सोशल मीडिया पर भावनात्मक श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “आप मेरी प्रेरणा और जीवन का सबसे खूबसूरत संगीत हैं।”
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