भारतीय शेयर बाजार में बुधवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 721 अंक लुढ़ककर 79,925.88 पर बंद हुआ, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 212.55 अंकों की गिरावट के साथ 24,313.90 पर बंद हुआ।
बाजार में गिरावट की प्रमुख वजह वैश्विक संकेतों में कमजोरी, निवेशकों की मुनाफावसूली और चुनिंदा कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजे माने जा रहे हैं। सेंसेक्स की कंपनियों में बजाज फाइनेंस के शेयर सबसे ज्यादा नुकसान में रहे, जो जून तिमाही के नतीजों के बाद 4.73% टूटकर बंद हुए। कंपनी की आय उम्मीद से कमजोर रही, जिससे निवेशकों का भरोसा प्रभावित हुआ।
अन्य गिरावट वाले शेयरों में टाटा स्टील, इंडसइंड बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक शामिल रहे। वहीं, कुछ कंपनियों जैसे टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, सन फार्मा और पावर ग्रिड के शेयरों में थोड़ी बहुत तेजी भी देखने को मिली, लेकिन वह गिरावट की भरपाई नहीं कर सके।
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विश्लेषकों के मुताबिक, वैश्विक बाजारों में मिलेजुले संकेतों के कारण निवेशकों में अनिश्चितता बनी हुई है। इसके अलावा विदेशी निवेशकों की बिकवाली और घरेलू स्तर पर आगामी आर्थिक आंकड़ों को लेकर भी चिंता का माहौल है।
आने वाले दिनों में बाजार की दिशा वैश्विक आर्थिक संकेतकों, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियों और कंपनियों के तिमाही नतीजों पर निर्भर करेगी।
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