रूस की सरकारी ऊर्जा कंपनी गैज़प्रोम (Gazprom) और चीन की नेशनल पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (CNPC) ने प्राकृतिक गैस की आपूर्ति बढ़ाने के लिए एक नए समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब दोनों देशों के बीच ऊर्जा सहयोग लगातार गहरा हो रहा है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले महीने यह संकेत मिले थे कि चीन रूस से मौजूदा पाइपलाइन के माध्यम से अधिक गैस खरीदने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, दोनों देशों के बीच दूसरी पाइपलाइन बनाने को लेकर वार्ता में विशेष प्रगति नहीं हो सकी है।
गैज़प्रोम का कहना है कि इस समझौते के तहत मौजूदा बुनियादी ढांचे का उपयोग कर चीन को प्राकृतिक गैस की आपूर्ति में बढ़ोतरी की जाएगी। ऊर्जा विशेषज्ञों के अनुसार, यह कदम रूस के लिए पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के बीच एशियाई बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने का अवसर है। वहीं चीन के लिए यह समझौता ऊर्जा सुरक्षा को सुनिश्चित करने और बढ़ती औद्योगिक मांग को पूरा करने में सहायक होगा।
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रूस और चीन के बीच हाल के वर्षों में ऊर्जा व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। प्राकृतिक गैस, तेल और कोयले की आपूर्ति के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच कई बड़े करार हुए हैं। यह नया समझौता उस सहयोग को और मजबूत करेगा।
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