अमेरिका द्वारा लगाए जाने वाले आयात शुल्क का असर भारतीय चाय निर्यात पर पड़ सकता है। इंडियन टी एसोसिएशन (ITA) ने चेतावनी दी है कि यदि ये शुल्क लागू हुए, तो अमेरिकी बाजार में भारतीय चाय की प्रतिस्पर्धात्मक स्थिति कमजोर हो जाएगी।
ITA के अधिकारियों के अनुसार, अमेरिका भारतीय चाय का एक महत्वपूर्ण आयातक है और वहां के शुल्क बढ़ने से निर्यातकों को नुकसान होगा। इससे न केवल निर्यात घटेगा, बल्कि कीमतों पर भी दबाव पड़ेगा। एसोसिएशन का कहना है कि भारत सरकार को इस स्थिति से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे, ताकि भारतीय चाय के निर्यात की क्षमता बरकरार रखी जा सके।
अधिकारियों ने सुझाव दिया कि निर्यातकों के लिए प्रोत्साहन योजनाएं बढ़ाई जाएं और उत्पादन की गुणवत्ता सुधारने के लिए निवेश को बढ़ावा दिया जाए। साथ ही, नए बाजार तलाशने और अंतरराष्ट्रीय ब्रांडिंग को मजबूत करने पर भी बल दिया गया।
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एसोसिएशन के मुताबिक, हाल के वर्षों में भारतीय चाय निर्यात को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है—जैसे वैश्विक प्रतिस्पर्धा, उत्पादन लागत में वृद्धि और मांग में उतार-चढ़ाव। अब अमेरिकी शुल्क का खतरा इस मुश्किल को और बढ़ा सकता है।
ITA ने यह भी कहा कि सरकार को अमेरिका के साथ व्यापारिक वार्ता तेज करनी चाहिए, ताकि शुल्क से राहत मिल सके और भारतीय चाय उद्योग को स्थिरता मिले।
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