जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कांग्रेस द्वारा उठाए गए कथित “वोट चोरी” के मुद्दे से खुद को और अपने दल को अलग करते हुए स्पष्ट किया है कि विपक्षी गठबंधन INDIA ब्लॉक का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि गठबंधन में शामिल प्रत्येक राजनीतिक दल को अपने मुद्दे और एजेंडा तय करने की पूरी स्वतंत्रता है।
उमर अब्दुल्ला का यह बयान सोमवार (15 दिसंबर 2025) को उस समय आया, जब एक दिन पहले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ रैली के दौरान भारतीय जनता पार्टी और चुनाव आयुक्तों पर गंभीर आरोप लगाए थे। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया था कि “वोट चोरी” सत्तारूढ़ पार्टी के डीएनए में है और उसके नेता जनता के मतदान अधिकार छीनने की साजिश कर रहे हैं। कांग्रेस ने उन्हें “गद्दार” करार देते हुए सत्ता से हटाने की मांग भी की थी।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला, जिनकी पार्टी INDIA ब्लॉक की घटक है, ने इस पूरे विवाद पर संतुलित रुख अपनाया। उन्होंने कहा, “INDIA ब्लॉक का इस मुद्दे से कोई संबंध नहीं है। हर राजनीतिक दल अपने मुद्दे तय करने के लिए स्वतंत्र है। कांग्रेस ने ‘वोट चोरी’ और विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को अपने मुख्य मुद्दे बनाए हैं। हम उन्हें यह बताने वाले कौन होते हैं कि उन्हें क्या करना चाहिए और क्या नहीं?”
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उन्होंने यह भी संकेत दिया कि विपक्षी गठबंधन के भीतर सभी दल एक समान मुद्दों पर लड़ें, यह जरूरी नहीं है। गठबंधन का उद्देश्य साझा मंच पर सहयोग करना है, न कि सभी दलों पर एक ही राजनीतिक लाइन थोपना।
कांग्रेस का दावा है कि उसने कथित “वोट चोरी” के खिलाफ देशभर से लगभग छह करोड़ हस्ताक्षर जुटाए हैं और इन्हें राष्ट्रपति के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। इस मुद्दे पर विपक्ष और सत्तारूढ़ दल के बीच राजनीतिक टकराव और तेज होने के आसार हैं।
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