राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, आयुष्मान भारत–प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) के तहत अस्पताल में भर्ती होने वाले कुल लाभार्थियों में से 49% महिलाएं हैं। यह आंकड़ा दर्शाता है कि इस योजना ने महिलाओं के स्वास्थ्य क्षेत्र में पहुंच और भागीदारी को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाया है।
रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में 35 राज्य और केंद्रशासित प्रदेश — पश्चिम बंगाल को छोड़कर — इस केंद्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत आते हैं। पश्चिम बंगाल ने शुरुआती चरण में योजना में शामिल होने के बाद इसे लागू करने से इनकार कर दिया था।
केंद्र सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना वर्ष 2018 में शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों और निम्न आय वाले परिवारों को गुणवत्तापूर्ण और मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। योजना के अंतर्गत प्रत्येक पात्र परिवार को प्रतिवर्ष ₹5 लाख तक का कैशलेस स्वास्थ्य बीमा कवरेज उपलब्ध कराया जाता है।
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रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि महिलाओं की अस्पताल में भर्ती मुख्य रूप से प्रसूति देखभाल, स्त्री रोग, कैंसर उपचार, हृदय और अस्थि रोगों से जुड़ी रही है। यह प्रवृत्ति इस ओर संकेत करती है कि ग्रामीण और अर्धशहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच महिलाओं तक तेजी से बढ़ रही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस उपलब्धि को "महिलाओं के स्वास्थ्य सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ी सफलता" बताया है और कहा है कि सरकार आगे भी इस योजना को और अधिक प्रभावी बनाने के प्रयास जारी रखेगी।
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