पंजाब में जिला परिषद और ब्लॉक समिति चुनावों से ठीक पहले एक बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। शिरोमणि अकाली दल (SAD) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने एक कथित लीक ऑडियो क्लिप साझा की है, जिसके अनुसार विपक्षी उम्मीदवारों को नामांकन भरने से रोकने की साजिश रची गई थी। बादल ने 18 मिनट की यह रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट की, जिसे वे 3 दिसंबर की देर रात हुई एक उच्च-स्तरीय कॉन्फ्रेंस कॉल का हिस्सा बताते हैं।
बादल का दावा है कि इस कॉल में पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे और इसकी अगुवाई एसएसपी पटियाला वरुण शर्मा कर रहे थे। ऑडियो में सुने जा रहे आवाज़ें कथित तौर पर अकाली दल के उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने से रोकने के तरीकों पर चर्चा करती हैं, जो कथित तौर पर सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) के दबाव में किया जा रहा था। बादल ने इसे “लोकतंत्र की हत्या” करार दिया और चुनाव आयोग तथा न्यायपालिका से तुरंत हस्तक्षेप की मांग की, ताकि चुनाव प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी रह सके।
इस आरोप ने नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने से कुछ दिन पहले ही राजनीतिक माहौल को खराब कर दिया है। हालांकि, इस ऑडियो की सत्यता की आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है।
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पटियाला पुलिस ने क्लिप को बताया फर्जी
इस ऑडियो क्लिप के प्रसार के बाद पटियाला पुलिस ने एक आधिकारिक बयान जारी कर इसे फर्जी और एआई-जनरेटेड करार दिया। पुलिस ने कहा कि यह क्लिप जनता को गुमराह करने, गलत सूचना फैलाने और चुनावी माहौल में कानून-व्यवस्था बिगाड़ने के उद्देश्य से बनाई गई है। पुलिस ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी और नागरिकों से अपील की कि वे ऐसे मनगढ़ंत कंटेंट पर विश्वास न करें। साथ ही, उन्होंने आश्वासन दिया कि पुलिस निष्पक्ष और मुक्त चुनाव कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
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