मंगलवार को अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार (Forex Market) में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 3 पैसे की मामूली बढ़त के साथ 87.72 पर बंद हुआ। व्यापारियों के अनुसार, रुपये की मजबूती पर घरेलू शेयर बाजार में अंतिम समय की गिरावट और विदेशी निवेशकों द्वारा पूंजी निकासी का असर पड़ा, जिससे इसकी बढ़त सीमित रही।
दिन के कारोबार की शुरुआत में रुपया डॉलर के मुकाबले 87.69 के स्तर पर खुला और कारोबार के दौरान यह 87.65 के उच्चतम स्तर और 87.78 के निम्नतम स्तर के बीच उतार-चढ़ाव करता रहा। अंततः, यह सोमवार के 87.75 के बंद भाव से 3 पैसे मजबूत होकर 87.72 पर बंद हुआ।
फॉरेक्स कारोबारियों का कहना है कि रुपये पर वैश्विक बाजार की चाल, कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और डॉलर इंडेक्स में हल्की कमजोरी का भी प्रभाव पड़ा। हालांकि, घरेलू इक्विटी बाजार में बिकवाली और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) द्वारा पूंजी निकासी ने रुपये की तेज बढ़त को रोक दिया।
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शेयर बाजार के मोर्चे पर, बीएसई सेंसेक्स 108.77 अंक की गिरावट के साथ 79,346.61 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 8.50 अंक फिसलकर 24,073.35 पर आ गया। इसके अलावा, विदेशी मुद्रा भंडार और ब्याज दरों की वैश्विक प्रवृत्ति भी निवेशकों की धारणा को प्रभावित कर रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि निकट भविष्य में रुपया सीमित दायरे में कारोबार कर सकता है, क्योंकि घरेलू और वैश्विक दोनों कारकों का दबाव जारी रहेगा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि आने वाले दिनों में विदेशी पूंजी प्रवाह, कच्चे तेल की कीमत और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियों पर निवेशकों की नजर बनी रहेगी।
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