पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि वैश्विक भू-राजनीतिक अस्थिरता और ऊर्जा क्षेत्र में उथल-पुथल के बावजूद भारत अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत विविध स्रोतों से कच्चे तेल की आपूर्ति सुनिश्चित कर रहा है और पश्चिमी गोलार्ध से आयात की मात्रा बढ़ाई जा रही है।
मंत्री ने स्पष्ट किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा जुलाई में लागू की गई नए टैरिफ नीति ने वैश्विक ऊर्जा बाजार में अनिश्चितता पैदा की है। इसके साथ ही, रूस से तेल खरीद को लेकर उठे सवालों ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। फिर भी भारत अपने ऊर्जा क्षेत्र को स्थिर बनाए रखने और उपभोक्ताओं पर असर कम करने के लिए कदम उठा रहा है।
पुरी ने कहा कि भारत ने कच्चे तेल के आयात स्रोतों में विविधता लाने की रणनीति अपनाई है। अब पश्चिमी गोलार्ध, विशेषकर लैटिन अमेरिका और अमेरिका से आयात में वृद्धि की जा रही है। इससे रूस और पश्चिम एशिया पर निर्भरता कम होगी और आपूर्ति अधिक सुरक्षित बनेगी।
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उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत की ऊर्जा सुरक्षा न केवल घरेलू अर्थव्यवस्था बल्कि वैश्विक बाजार की स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण है। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा उपभोक्ता है और इसकी स्थिर आपूर्ति सुनिश्चित करना वैश्विक ऊर्जा परिदृश्य को प्रभावित करता है।
मंत्री ने भरोसा जताया कि वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत अपनी आर्थिक और ऊर्जा नीतियों के माध्यम से किसी भी संभावित संकट का सामना करने के लिए तैयार है।
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