भारत और थाईलैंड के बीच आतंकवाद विरोधी सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘मैत्री-XIV’ मेघालय में शुरू हुआ। यह अभ्यास भारतीय सेना और रॉयल थाई आर्मी के विशेष बलों के बीच हो रहा है और इसका मुख्य फोकस आतंकवाद-रोधी अभियानों, घने जंगलों में युद्धक रणनीति और संयुक्त समन्वय पर है।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, यह वार्षिक द्विपक्षीय अभ्यास दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग, आपसी विश्वास और परिचालन क्षमता को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण मंच है। अभ्यास के दौरान सैनिक समान परिस्थितियों में अभियानों का सिमुलेशन करेंगे, ताकि किसी भी आतंकी खतरे या आपात स्थिति से निपटने के लिए संयुक्त प्रतिक्रिया तंत्र तैयार हो सके।
अभ्यास के पहले चरण में सामरिक प्रशिक्षण, हथियार संचालन और आतंकवाद निरोधक तकनीकें शामिल हैं, जबकि दूसरे चरण में जंगली इलाकों और कठिन भूभाग में संयुक्त अभ्यास किया जाएगा। इसके अलावा, काउंटर-इंसर्जेंसी और ह्यूमनिटेरियन असिस्टेंस से जुड़े अभियानों पर भी जोर दिया जाएगा।
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‘मैत्री’ श्रृंखला का यह 14वां संस्करण है, जिसकी मेजबानी इस बार भारत कर रहा है। पिछले वर्ष इसका आयोजन थाईलैंड में हुआ था। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के अभ्यास न केवल दोनों सेनाओं के परस्पर सहयोग और तालमेल को मजबूत करते हैं, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता को भी बढ़ावा देते हैं।
इस अवसर पर वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने कहा कि यह अभ्यास भारत और थाईलैंड की रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करेगा और दोनों सेनाओं के बीच अभियान संबंधी अनुभव साझा करने का अवसर प्रदान करेगा।
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