केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव पर करारा तंज कसा। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान पूरा जोर लगाया, लेकिन कांग्रेस नेता ने उनकी नेतृत्व क्षमता को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया।
चिराग पासवान ने कहा कि यह स्थिति साफ़ तौर पर बताती है कि विपक्षी गठबंधन के भीतर नेतृत्व को लेकर असमंजस और अंतर्विरोध गहरे हैं। उनके अनुसार, तेजस्वी यादव खुद को राष्ट्रीय स्तर पर नेता साबित करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन राहुल गांधी और कांग्रेस ने उन्हें गंभीरता से नहीं लिया।
पासवान ने कहा कि बिहार की जनता भी इस बात को देख रही है कि किस तरह विपक्षी दल एक-दूसरे को कमजोर करने में लगे हुए हैं। उन्होंने यह दावा भी किया कि जनता का विश्वास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार की नीतियों में है, जबकि विपक्ष केवल राजनीतिक स्वार्थ के लिए एकजुट हो रहा है।
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राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि चिराग पासवान का यह बयान न केवल तेजस्वी यादव पर प्रहार है, बल्कि बिहार की राजनीति में राजग और विपक्ष के बीच बढ़ती तनातनी का संकेत भी है।
तेजस्वी यादव और कांग्रेस की नज़दीकी को लेकर बिहार में पहले से ही चर्चाएं थीं, लेकिन चिराग के बयान से यह स्पष्ट होता है कि विपक्षी एकता को चुनौती देने के लिए सत्तारूढ़ पक्ष इस तरह की बयानबाज़ी का सहारा ले रहा है।
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